आज हमारे देशमें बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है लेकिन इसके पीछे का एक सच यह भी है कि यहां लोगो के पास काम करने के लिए स्किल या अनुभव नही है, और यही सोचकर हमनें सतपुड़ा ग्रामीण शहरी विकास एंव स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की 2020 में स्थापना की है। जहां से आपको स्वरोजगार से जुड़े कई प्रकार के शिक्षण प्रशिक्षण हमारे द्वारा प्रदान किए जाएंगे जिसमें स्वरोजगार से जुड़ने से लोगो को किसी न किसी ट्रेड में दक्षता हासिल करवाई जाएगी जिससे सभी छात्रो को अपने हुनर या कौषल ज्ञान के आधार पर कार्य करने में सहायता होगी बहुत सारे लोगो को 9वीं और 10वी कक्षा से ही वोकेशनल कोर्स के बारे में भी बताया जाता है लेकिन नौकरी के चक्कर में वो इस पर कभी ध्यान नही देतें और जब समय जा चुका होता है तब पश्चाताप करते रहते है।
स्वरोजगार से जुड़े कोर्स में जहां स्टूडेंट्स को कोई खास स्किल सिखाते है, वहीं इससे उनमे आत्मविष्वास और आगे बढ़ने की ललक भी पैदा होती है, इसी हुनर या कार्यशैली के साथ हर हाथ को काम व रोजगार उपलब्ध हो जाता है आज हर व्यक्ति सोचे कि हमें परमानेंट (स्थायी) नौकरी मिल जाए ऐसा संभव नही है इसके लिए हमें स्वरोजगार की दिषा में कोई भी कोर्स कर उस दिशा में सफलता के लिए कार्य करना होगा।
जानिए क्या है वोकेशनल कोर्स-
वोकेशनल कोर्स में स्टूडेंट्स को किसी खास फील्ड के ट्रेड के बारे में बताया जाता है, कोशिश रहती है कि युवाओं को इस क्षेत्र में पूरी तरह दक्ष बनाया जाए, देश के कई सरकारी और प्राइवेट इंस्टिट्यूटस युवाओं को वोकेशनल कोर्स के बारे में बता रहे हैं। यदि आपने कोई कोर्स किया हैं तो आपके पास आपके किए हुए कोर्स का सर्टिफिकेट/डिप्लोमा भी होता हैं और आपको उसका सम्पूर्ण ज्ञान भी रहता है, व इससे आपकी प्रमाणिकता भी हो जाती हैं इनकी मदद से आपको नौकरी खोजने में आसानी रहती हैं।
कौन कर सकता है वोकेशनल कोर्स-
ऐसे ट्रेनिंग कोर्सो को 8वी 10वी से कम पढ़े लिखे लोग भी कर सकते है, हर कोर्स के हिसाब से इसमे योग्यता तय की गई है। जिनके लिए कोई कोर्स परफेक्ट हैं वे उस कोर्स को अच्छी तरह सीखने के बाद वे चाहें तो इसमें खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते है या कहीं अच्छी नौकरी भी कर सकते हैं जिससे उनकी आर्थिक दशा में भी सुधार होगा और वो अपने आप में आत्मनिर्भर हों सकेंगे।
वोकेशनल कोर्स करने के फायदे-
1.यहां किसी खास कोर्स में आपको लिखित शिक्षण व प्रैक्टिकल सिखाया जाता है।
2.देश में निपुण व कुषल लोगों की संख्या में इससे बढ़ोतरी होगी।
3.ये कोर्सेस, विषय के ज्ञान के साथ-साथ क्रिएटिविटी को बढ़ातें हैं और इससे लोग जल्द आत्म निर्भर होतें है।
4.रोजगार मिलने की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं।
5.इसमें स्वंय के रूचि वाले कोर्स को कर सकते है तथा इसमें खुद का व्यवसाय भी प्रारम्भ कर सकते हैं।
आज वर्तमान में संस्थान के पास कई तरह के कोर्स हैं, जिससे बेरोजगार युवक युवती स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें इनकी उम्र 18 से 45 वर्ष होना आवश्यक हैं। संस्थान द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने और स्वरोजगार केंद्र तैयार करने के उद्देष्य से ही संस्थान का गठन किया गया हैं इसमें रोजगार प्राप्त करनें के नऐ तरीके बताए जाते हैं, प्रशिक्षण में मोटर रिवाइडिंग,मोबाइल रिपेयरिंग, ब्यूटी पार्लर,सिलाई,पशुपालन,अचार,पापड़ निर्माण,फोटोग्राफी, विडियोग्राफी,रेडियो टीवी रिपेयरिंग और कम्प्यूटर में जनरल बेसिक, हार्डवेयर, नेटवर्किंग सहित अन्य बहुउद्देषीय ट्रेनिंग व जानकारी दी जाती हैं।
संस्थान से जुड़ने के पश्चात् आप उन्नति करें तरक्की और आपका जीवन उज्जवल हो इन्ही आशाओं के साथ आपको संस्थान से जुड़ने के लिए बहुत- बहुत साधुवाद आभार।